एफआईआर में आरोप लगाया गया है कि आईसीडीपी, रेवाड़ी की तत्कालीन जीएम अनु कौशिश ने जीएम के रूप में कार्य करते हुए सरकारी उपयोग के लिए विभिन्न वस्तुओं की खरीद के लिए हरियाणा सरकार के परिपत्रों और नीतियों का उल्लंघन करते हुए स्टालिन जीत सिंह की कंपनियों को ठेके दिए और इस पक्षपात के लिए स्टालिन जीत सिंह से अनुचित लाभ प्राप्त किया।